Jharkhand PGT Exam Solved Question Paper -1 free

61. आधार – ग्रंथों में कौन सा शामिल नहीं है ?
(a) कीर्ति लता
(b) कीर्ति पताका
(c) रामचंद्रिका
(d) पृथ्वीराज रासो

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
पं. रामचंद्र शुक्ल ने आदिकाल के तृतीय प्रकरण को वीरगाथा काल कहा है । उनके अनुसार इस नामकरण का आधार यह है कि इस काल की प्रधान साहित्यिक प्रवृत्ति वीरगाथात्मक है। शुक्ल जी ने इस काल की प्रधान साहित्यिक प्रवृत्ति की पहचान जिन 12 ग्रंथों के आधार पर की है, वे इस प्रकार हैं- विजय पाल रासो, हम्मीर रासो, कीर्तिलता, कीर्ति पताका, खुमान रासो, बीसलदेव रासो, पृथ्वीराज रासो, जयचंद प्रकाश, जयमयंक – जस-चंद्रिका, परमाल रासो, खुसरो की पहेलियाँ और विद्यापति पदावली ।

(c) रामचंद्रिका

62. आधार – ग्रंथों में कौन-सा शामिल है ?
(a) रामचरितमानस
(b) बीसलदेव रासो
(c) पद्मावत
(d) सूरसागर

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
पं. रामचंद्र शुक्ल ने आदिकाल के तृतीय प्रकरण को वीरगाथा काल कहा है। उनके अनुसार इस नामकरण का आधार यह है कि इस काल की प्रधान साहित्यिक प्रवृत्ति वीरगाथात्मक है। शुक्ल जी ने इस काल की प्रधान साहित्यिक प्रवृत्ति की पहचान जिन 12 ग्रंथों के आधार पर की है, वे इस प्रकार हैं- विजय पाल रासो, हम्मीर रासो, कीर्तिलता, कीर्ति पताका, खुमान रासो, बीसलदेव रासो, पृथ्वीराज रासो, जयचंद प्रकाश, जयमयंक – जस- चंद्रिका, परमाल रासो, खुसरो की पहेलियाँ और विद्यापति पदावली ।

(b) बीसलदेव रासो

63. आदिकाल की प्रधान साहित्यिक प्रवृत्ति क्या रही है ?

(a) करुणगाथात्मक

(b) रीतिपरक

(c) श्रृंगारपरक

(d) वीरगाथात्मक

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।

पं. रामचंद्र शुक्ल ने आदिकाल के तृतीय प्रकरण को वीरगाथा काल कहा है। उनके अनुसार इस नामकरण का आधार यह है कि इस काल की प्रधान साहित्यिक प्रवृत्ति वीरगाथात्मक है। शुक्ल जी ने इस काल की प्रधान साहित्यिक प्रवृत्ति की पहचान जिन 12 ग्रंथों के आधार पर की है, वे इस प्रकार हैं- विजय पाल रासो, हम्मीर रासो, कीर्तिलता, कीर्ति पताका, खुमान रासो, बीसलदेव रासो, पृथ्वीराज रासो, जयचंद प्रकाश, जयमयंक – जस-चंद्रिका, परमाल रासो, खुसरो की पहेलियाँ और विद्यापति पदावली ।

(d) वीरगाथात्मक

64. शुक्ल जी ने आदिकाल के किस प्रकरण को वीरगाथा काल कहा है ?
(a) चतुर्थ प्रकरण
(b) तृतीय प्रकरण
(c) प्रथम प्रकरण
(d) द्वितीय प्रकरण

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
पं. रामचंद्र शुक्ल ने आदिकाल के तृतीय प्रकरण को वीरगाथा काल कहा है । उनके अनुसार इस नामकरण का आधार यह है कि इस काल की प्रधान साहित्यिक प्रवृत्ति वीरगाथात्मक है। शुक्ल जी ने इस काल की प्रधान साहित्यिक प्रवृत्ति की पहचान जिन 12 ग्रंथों के आधार पर की है, वे इस प्रकार हैं- विजय पाल रासो, हम्मीर रासो, कीर्तिलता, कीर्ति पताका, खुमान रा बीसलदेव रासो, पृथ्वीराज रासो, जयचंद प्रकाश, जयमयंक – जस-चंद्रिका, परमाल रासो, खुसरो की पहेलियाँ और विद्यापति पदावली ।

(b) तृतीय प्रकरण

65. शुक्ल जी ने कितने ग्रंथों को आधार बनाया ?
(a) 12
(b) 22
(c) 10
(d) 21

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता देवेंद्रनाथ ठाकुर ने ब्रह्म समाज को पुनर्जीवित किया । देवेंद्रनाथ भारतीय विदया की सर्वोत्तम परंपरा तथा नवीन पाश्चात्य चिंतन की उपज थे। उन्होंने राजा राममोहन राय के विचारों के प्रचार के लिए 1839 में तत्वबोधिनी सभा की स्थापना की। उसमें राममोहन राय और डेरोजियो के प्रमुख अनुयायी तथा ईश्वरचंद्र विद्यासागर और अक्षय कुमार दत्त जैसे स्वतंत्र चिंतक शामिल हो गए। तत्वबोधिनी सभा और उसके मुख्य पत्र ‘तत्वबोधि नी पत्रिका’ ने बंगला भाषा में भारत के सुव्यवस्थित अध्ययन को बढ़ावा दिया। उसने बंगाल के बुद्धिजीवियों को विवेकशील दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया। 1843 में देवेंद्रनाथ ठाकुर ने ब्रह्म समाज का पुनर्गठन किया।

(a)12



66. तत्वबोधिनी पत्रिका किस भाषा से संबंधित थी?
(a) मराठी भाषा
(b) बंगला भाषा
(c) अंग्रेजी भाषा
(d) हिंदी भाषा

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता देवेंद्रनाथ ठाकुर ने ब्रह्म समाज को पुनर्जीवित किया । देवेंद्रनाथ भारतीय विदया की सर्वोत्तम परंपरा तथा नवीन पाश्चात्य चिंतन की उपज थे। उन्होंने राजा राममोहन राय के विचारों के प्रचार के लिए 1839 में तत्वबोधिनी सभा की स्थापना की। उसमें राममोहन राय और डेरोजियो के प्रमुख अनुयायी तथा ईश्वरचंद्र विद्यासागर और अक्षय कुमार दत्त जैसे स्वतंत्र चिंतक शामिल हो गए। तत्वबोधिनी सभा और उसके मुख्य पत्र ‘तत्वबोधि नी पत्रिका’ ने बंगला भाषा में भारत के सुव्यवस्थित अध्ययन को बढ़ावा दिया। उसने बंगाल के बुद्धिजीवियों को विवेकशील दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया। 1843 में देवेंद्रनाथ ठाकुर ने ब्रह्म समाज का पुनर्गठन किया।

(b) बंगला भाषा

67. तत्वबोधिनी सभा में कौन शामिल हुए ?
(a) विवेकानंद
(b) महात्मा गांधी
(c) दयानंद सरस्वती
(d) ईश्वरचंद्र विद्यासागर

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता देवेंद्रनाथ ठाकुर ने ब्रह्म समाज को पुनर्जीवित किया । देवेंद्रनाथ भारतीय विद्या की सर्वोत्तम परंपरा तथा नवीन पाश्चात्य चिंतन की उपज थे। उन्होंने राजा राममोहन राय के विचारों के प्रचार के लिए 1839 में तत्वबोधिनी सभा की स्थापना की। उसमें राममोहन राय और डेरोजियो के प्रमुख अनुयायी तथा ईश्वरचंद्र विद्यासागर और अक्षय कुमार दत्त जैसे स्वतंत्र चिंतक शामिल हो गए। तत्वबोधिनी सभा और उसके मुख्य पत्र ‘तत्वबोधिनी पत्रिका’ ने बंगला भाषा में भारत के सुव्यवस्थित अध्ययन को बढ़ावा दिया। उसने बंगाल के बुद्धिजीवियों को विवेकशील दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया। 1843 में देवेंद्रनाथ ठाकुर ने ब्रह्म समाज का पुनर्गठन किया ।

(d) ईश्वरचंद्र विद्यासागर

68. 1839 में किस सभा की स्थापना हुई ?
(a) बाल बोधिनी
(b) विचार बोधिनी
(c) ज्ञान बोधिनी
(d) तत्वबोधिनी

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता देवेंद्रनाथ ठाकुर ने ब्रह्म समाज को पुनर्जीवित किया। देवेंद्रनाथ भारतीय विद्या की सर्वोत्तम परंपरा तथा नवीन पाश्चात्य चिंतन की उपज थे। उन्होंने राजा राममोहन राय के विचारों के प्रचार के लिए 1839 में तत्वबोधिनी सभा की स्थापना की । उसमें राममोहन राय और डेरोजियो के प्रमुख अनुयायी तथा ईश्वरचंद्र विद्यासागर और अक्षय कुमार दत्त जैसे स्वतंत्र चिंतक शामिल हो गए। तत्वबोधिनी सभा और उसके मुख्य पत्र ‘तत्वबोधि नी पत्रिका’ ने बंगला भाषा में भारत के सुव्यवस्थित अध्ययन को बढ़ावा दिया। उसने बंगाल के बुद्धिजीवियों को विवेकशील दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया। 1843 में देवेंद्रनाथ ठाकुर ने ब्रह्म समाज का पुनर्गठन किया।

(d) तत्वबोधिनी

69. ब्रह्म समाज का पुनर्गठन कब हुआ ?
(a) 1839
(b) 1843
(c) 1834
(d) 1828

नीचे दिए गए गद्यांश को पत्कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता देवेंद्रनाथ ठाकुर ने ब्रह्म समाज को पुनर्जीवित किया। देवेंद्रनाथ भारतीय विद्या की सर्वोत्तम परंपरा तथा नवीन पाश्चात्य चिंतन की उपज थे। उन्होंने राजा राममोहन राय के विचारों के प्रचार के लिए 1839 में तत्वबोधिनी सभा की स्थापना की। उसमें राममोहन राय और डेरोजियो के प्रमुख अनुयायी तथा ईश्वरचंद्र विद्यासागर और अक्षय कुमार दत्त जैसे स्वतंत्र चिंतक शामिल हो गए। तत्वबोधिनी सभा और उसके मुख्य पत्र ‘तत्वबोधि नी पत्रिका’ ने बंगला भाषा में भारत के सुव्यवस्थित अध्ययन को बढ़ावा दिया। उसने बंगाल के बुद्धिजीवियों को विवेकशील दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया। 1843 में देवेंद्रनाथ ठाकुर ने ब्रह्म समाज का पुनर्गठन किया ।

(b) 1843

70. ब्रह्म समाज का पुनर्गठन किन्होंने किया ?
(a) नरेंद्र नाथ ठाकुर
(b) देवेंद्रनाथ ठाकुर
(c) रवींद्र नाथ ठाकुर
(d) ईश्वर चंद्र विद्यासागर

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
उन्नीसवीं सदी के अंतिम चरण रूस में समाजवादी (सोशलिस्ट) विचार फैलने लगे थे और उस दौरान कई समाजवादी समूहों का गठन किया गया था। 1898 में विभिन्न समाजवादी गुटों ने मिलकर रूसी समाजवादी लोकतांत्रिक श्रमिक दल (सोशल डेमोक्रेटिक लेबर पार्टी) का गठन किया। लेनिन के नाम से विख्यात व्लादिमीर इलिच उलियानोव इस दल के वाम पक्ष के नेता थे। 1903 में इस गुट ने दल में बहुमत प्राप्त कर लिया। यह बहुमत दल बोलशेविक नाम से प्रसिद्ध हुआ, जबकि अल्पमत दल को मेनशेविक कहा जाता था ।  

(b) देवेंद्रनाथ ठाकुर

71. अल्पमत दल का नाम क्या था ?
(a) बोलशेविक
(b) डेमोक्रेट
(c) लिंबरल
(d) मेनशेविक

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
उन्नीसवीं सदी के अंतिम चरण से रूस में समाजवादी ( सोशलिस्ट )  विचार फैलने लगे थे और उस दौरान कई माजवादी समूहों का गठन किया गया था। 1898 में विभिन्न समाजवादी गुटों ने मिलकर रूसी समाजवादी लोकतांत्रिक श्रमिक दल (सोशल डेमोक्रेटिक लेबर पार्टी) का गठन किया। लेनिन के नाम से विख्यात व्लादिमीर इलिच उलियानोव इस दल के वाम पक्ष के नेता थे। 1903 में इस गुट ने दल में बहुमत प्राप्त कर लिया। यह बहुमत दल बोलशेविक नाम से प्रसिद्ध हुआ, जबकि अल्पमत दल को मेनशेविक कहा जाता था ।

(d) मेनशेविक

 72. समाजवादी लोकतांत्रिक श्रमिक दल का गठन कब हुआ ?
(a) 1898 में
(b) 1903 में
(c) 1888 में
(d) 1889 में

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
उन्नीसवीं सदी के अंतिम चरण से रूस में समाजवादी (सोशलिस्ट) विचार फैलने लगे थे और उस दौरान कई समाजवादी समूहों का गठन किया गया था । 1898 में विभिन्न समाजवादी गुटों ने मिलकर रूसी समाजवादी लोकतांत्रिक श्रमिक दल (सोशल डेमोक्रेटिक लेबर पार्टी) का गठन किया। लेनिन के नाम से विख्यात व्लादिमीर इलिच उलियानोव इस दल के वाम पक्ष के नेता थे। 1903 में इस गुट ने दल में बहुमत प्राप्त कर लिया। यह बहुमत दल बोलशेविक नाम से प्रसिद्ध हुआ, जबकि अल्पमत दल को मेनशेविक कहा जाता था ।

(a) 1898 में

 73. बहुमत दल किस नाम से प्रसिद्ध हुआ ?
(a) लिबरल
(b) बोलशेविक
(c) डेमोक्रेट
(d) मेनशेविक

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
उन्नीसवीं सदी के अंतिम चरण से रूस में समाजवादी (सोशलिस्ट ) विचार फैलने लगे थे और उस दौरान कई समाजवादी समूहों का गठन किया गया था। 1898 में विभिन्न समाजवादी गुटों ने मिलकर रूसी समाजवादी लोकतांत्रिक श्रमिक दल (सोशल डेमोक्रेटिक लेबर पार्टी) का गठन किया । लेनिन के नाम से विख्यात व्लादिमीर इलिच उलियानोव इस दल के वाम पक्ष के नेता थे। 1903 में इस गुट ने दल में बहुमत प्राप्त कर लिया। यह बहुमत दल बोलशेविक नाम से प्रसिद्ध हुआ, जबकि अल्पमत दल को मेनशेविक कहा जाता था ।

(b) बोलशेविक

74. वाम पक्ष के विख्यात नेता कौन थे ?
(a) एंगेल्स
(b) लेनिन
(c) मार्क्स
(d) स्तालिन

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
उन्नीसवीं सदी के अंतिम चरण से रूस में समाजवादी (सोशलिस्ट) विचार फैलने लगे थे और उस दौरान कई समाजवादी समूहों का गठन किया गया था। 1898 में विभिन्न समाजवादी गुटों ने मिलकर रूसी समाजवादी लोकतांत्रिक श्रमिक दल (सोशल डेमोक्रेटिक लेबर पार्टी) का गठन किया । लेनिन के नाम से विख्यात व्लादिमीर इलिच उलियानोव इस दल के वाम पक्ष के नेता थे। 1903 में इस गुट ने दल में बहुमत प्राप्त कर लिया। यह बहुमत दल बोलशेविक नाम से प्रसिद्ध हुआ, जबकि अल्पमत दल को मेनशेविक कहा जाता था ।

(b) लेनिन

75. रूस में कौन से विचार फैलने लगे थे ?
(a) साम्यवादी
(b) मार्क्सवादी
(c) उदारवादी
(d) समाजवादी

नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
आयु के आधार पर जनसंख्या को प्रायः तीन प्रमुख वर्गों में विभाजित किया जाता है। ये वर्ग हैं (i) किशोर (ii) प्रौढ़ और (iii) वृद्ध । समान्यतः 15 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों को किशोर और 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को वृद्ध कहा जाता है। प्रौढ़ वर्ग (15 से 59 वर्ष आयु वर्ग) के व्यक्तियों को ” श्रमजीवी (कार्यरत) आय वर्ग” कहा जाता है।

(d) समाजवादी

76. कितनी आयु वालों को वृद्ध कहा जाता है ?
(a) 60 वर्ष से अधिक
(b) 15 वर्ष से कम
(c) 60 वर्ष से कम
(d) 15 वर्ष से अधिक

नीचे दिए गए गद्यांश को पढकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
आयु के ‘आधार पर जनसंख्या को प्रायः तीन प्रमुख वर्गों में विभाजित किया जाता है। ये वर्ग हैं (i) किशोर (ii) प्रौढ़ और (iii) वृद्ध। समान्यतः 15 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों किशोर और 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को वृद्ध कहा जाता है। प्रौढ़ वर्ग (15 से 59 वर्ष आयु वर्ग के व्यक्तियों को ” श्रमजीवी ( कार्यरत) आयु वर्ग” कहा जाता है।

(a) 60 वर्ष से अधिक

77. प्रमुख वर्गों में कौन शामिल नहीं है?
(a) युवा
(b) प्रौढ़
(c) किशोर
(d) वृद्ध

नीचे दिए गए गद्यांश को पढकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
आयु के आधार पर जनसंख्या को प्रायः तीन प्रमुख वर्गों में विभाजित किया जाता है। ये वर्ग हैं (i) किशोर (ii) प्रौढ़ और (iii) वृद्ध | समान्यतः 15 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों को किशोर और 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को वृद्ध कहा जाता है। प्रौढ़ वर्ग (15 से 59 वर्ष आयु वर्ग) के व्यक्तियों को ” श्रमजीवी ( कार्यरत) आयु वर्ग” कहा जाता है।

(a) युवा

78. प्रौढ़ वर्ग का आय वर्ग क्या है?
(a) 51 से 95 वर्ष
(b) 15 से 59 वर्ष
(c) 15 से 51 वर्ष
(d) 51 से 59 वर्ष

नोचे दिए गए गद्यांश को पढकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
आयु के आधार पर जनसंख्या को प्रायः तीन प्रमुख वर्गों में विभाजित किया जाता है। ये वर्ग हैं (i) किशोर (ii) प्रौढ़ और (iii) वृद्ध । समान्यतः 15 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों को किशोर और 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को वृद्ध कहा जाता है। प्रौढ़ वर्ग (15 से 59 वर्ष आयु वर्ग के व्यक्तियों को ” श्रमजीवी ( कार्यरत) आयु वर्ग” कहा जाता है।

(b) 15 से 59 वर्ष

79. श्रमजीवी आय वर्ग किसे कहा जाता है ?
(a) वृद्ध
(b) प्रौढ़
(c) बालक
(d) किशोर

नीचे दिए गए गद्यांश को पढकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
आयु के आधार पर जनसंख्या को प्रायः तीन प्रमुख वर्गों में विभाजित किया जाता है। ये वर्ग हैं (i) किशोर (ii) प्रौढ़ और (iii) वृद्ध समान्यतः 15 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों को किशोर और 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को वृद्ध कहा जाता है। प्रौढ़ वर्ग (15 से 59 वर्ष आयु वर्ग) के व्यक्तियों को ” श्रमजीवी (कार्यरत) आयु वर्ग” कहा जाता है।

(b) प्रौढ़

80. आयु के आधार पर जनसंख्या को कितने वर्गों में बाँटा जाता है ?
(a) तीन
(b) पाँच
(c) चार
(d) दो

((a) तीन

81. ‘यद्यपि’ का संधि-विच्छेद क्या है ?
(a) यदि + पि
(b) यद्यपि
(c) यदि + अपि
(d) यद्य + अपि

(c) यदि + अपि

82. ‘सापेक्ष’ का विलोम कौन-सा शब्द है ?
(a) निरपेक्ष
(b) पुजारी
(c) आक्षेप
(d) परिप्रेक्ष्य

(a) निरपेक्ष

83. जिसे ईश्वर में विश्वास है के लिए एक शब्द क्या होगा ?
(a) आस्तिक
(b) पुजारी
(c) धर्माधिकारी
(d) नास्तिक

((a) आस्तिक

84. युद्ध के लिए कौन-सा शब्द प्रयुक्त नहीं होता ?
(a) समर
(b) रण
(c) रौद्र
(d) संग्राम

(c) रौद्र

85. किसमें स्वर संधि है ?
(a) संवाद
(b) सम्पूर्ण
(c) रमेश
(d) संतोष

(c) रमेश

86. कौन-सा शब्द तद्भव है ?
(a) पत्ता
(b) पंक्ति
(c) पक्ष
(d) परीक्षा

(a) पत्ता

87. कौन-सा शब्द तत्सम है ?
(a) कर्तव्य
(b) काम
(c) काज
(d) कान

(a) कर्तव्य

88. ‘साहित्य से संबंधित’ के लिए एक शब्द क्या है ?
(a) काल्पनिक
(b) सामाजिक
(c) सांस्कृतिक
(d) साहित्यिक

(d) साहित्यिक

89. किस शब्द का प्रयोग केवल बहुवचन में होता है ?
(a) अध्यापिका
(b) आँसू
(c) कामना
(d) गाय

(b) आँसू

90. किसमें तत्पुरुष समास है ?
(a) प्रतिमान
(b) ऋणमुक्त
(c) खान-पान
(d) यथासंभव

(b) ऋणमुक्त

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